काले कोलतार की सड़क मानो चमकती हुई बैंगनी गेंदों से पट गई हो ! काले कोलतार की सड़क मानो चमकती हुई बैंगनी गेंदों से पट गई हो !
नयी पीढ़ी ने अपने अनुभव आधारित कुतर्क करना शुरू कर दिया- "गांँधी अब हमारे लिए प्रासंगिक नहीं हैं! नयी पीढ़ी ने अपने अनुभव आधारित कुतर्क करना शुरू कर दिया- "गांँधी अब हमारे लिए प्...
शांति बदल गई क्रांति में , अहिंसा खो गई भ्रांति में ! शांति बदल गई क्रांति में , अहिंसा खो गई भ्रांति में !
मोहनदास करमचंद गाँधी महात्मा गाँधी बने हमारे लिए उनके प्रेम के कारण से। मोहनदास करमचंद गाँधी महात्मा गाँधी बने हमारे लिए उनके प्रेम के कारण से।
। जान बची तो लाखों पाए लौट के बुद्धू घरवाली के डंडे खाए। । जान बची तो लाखों पाए लौट के बुद्धू घरवाली के डंडे खाए।
जी हां मेरा छःह वर्ष का बच्चा जो मेरा नाम भी नहीं बता पाता ठीक से, उसने आपकी कवितायें जी हां मेरा छःह वर्ष का बच्चा जो मेरा नाम भी नहीं बता पाता ठीक से, उसने आपकी कवि...